गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने दिया आंदोलन का अल्टीमेटम, प्रशासन की चुप्पी से नाराजगी चरम पर
काली पट्टी से हड़ताल तक का प्लान तैयार, पुरानी पेंशन से लेकर पदोन्नति तक मांगों की लंबी फेहरिस्त
“उपेक्षा नहीं सहेगा संघ”, चेताया – समाधान नहीं तो हंगामा तय
श्रेयांश सिंह:खैरागढ़ –
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय अब आंदोलनों के सुर में गूंजने वाला है। विश्वविद्यालय के गैर-शिक्षक कर्मचारी प्रशासन की लगातार अनदेखी से इस कदर नाराज़ हैं कि 10 जुलाई से चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा कर दी है। कर्मचारियों का कहना है कि वे वर्षों से लंबित मांगों को लेकर मांगपत्र देते आ रहे हैं — लेकिन जिम्मेदारों की चुप्पी अब असहनीय हो चुकी है।
संघ द्वारा उठाई गई मांगों में वरिष्ठता सूची की विसंगतियां, दैनिक वेतनभोगियों की बहाली, समयमान वेतनमान, पेंशन प्रकरण, पारदर्शी रोस्टर व्यवस्था और सबसे अहम – पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने जैसी कई ज्वलंत मुद्दे शामिल हैं। संघ ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बार-बार निवेदन के बावजूद कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
अब कर्मचारियों ने ऐलान किया है –
- 10 जुलाई: काली पट्टी लगाकर कार्य
- 14 जुलाई: सामूहिक अवकाश और धरना
- 17 जुलाई से: अनिश्चितकालीन हड़ताल
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि 10 जुलाई तक कोई समाधान नहीं आया, तो विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा पूरी तरह खुल जाएगा। विश्वविद्यालय परिसर का शांत वातावरण अब एक बड़े आंदोलन की दस्तक से हिलने को तैयार है।
अब देखना यह होगा – समाधान का दरवाज़ा खुलेगा या तालों की खड़खड़ाहट से विश्वविद्यालय गूंज उठेगा।
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