श्रेयांश सिंह:खैरागढ़ –
नगर पालिका क्षेत्र में लंबे समय से सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर फैले अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने शनिवार को कड़ी कार्रवाई शुरू की। प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में एक बड़े अभियान में बुलडोजर का इस्तेमाल कर ठेले, शेड और अवैध निर्माण हटाए गए। यह अभियान टेम्पो चौक से शुरू हुआ, और जैसे ही बुलडोजर की गड़गड़ाहट गूंजी, इलाके में हड़कंप मच गया। लोग अपनी दुकानों को छोड़कर दूर खड़े हो गए और कार्रवाई को देख रहे थे।
कार्रवाई की शुरुआत और प्रशासन की सख्ती
अभियान की अगुवाई अनुविभागीय अधिकारी टंकेश्वर प्रसाद साहू ने की, जिनके साथ तहसीलदार आशीष देवहारी, नगर पालिका अधिकारी कोमल ठाकुर, राजस्व निरीक्षक पूरन लाल कंवर, पटवारी, थाना प्रभारी अनिल शर्मा और यातायात प्रभारी शक्ति सिंह समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि कई दुकानदारों को पहले ही नोटिस और चेतावनी दी जा चुकी थी
कई दुकानदारों ने पहले ही कब्जा हटा लिया, लेकिन आशंका बनी
हालांकि, प्रशासन की मुनियादी कार्रवाई के बाद कई दुकानदारों ने पहले से ही अपने कब्जे हटा लिए थे और प्रशासन की बात मानी। लेकिन नगर के कुछ लोग आशंका जता रहे हैं कि कुछ दुकानदार चार दिन बाद फिर से वही दुकानें बढ़ा लेंगे, क्योंकि पहले भी अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के बाद ऐसी ही स्थिति बन चुकी थी। ऐसे में प्रशासन को लगातार निगरानी बनाए रखने और सख्ती से कार्रवाई करने की जरूरत है।
छोटे दुकानदारों की नाराजगी और भेदभाव का आरोप
इस कार्रवाई के दौरान बक्शी स्कूल के सामने स्थित कपड़ों की दुकान, मोमोज और सेंट्रो जैसे छोटे व्यवसायों को तुरंत हटवा दिया गया। कई छोटे दुकानदारों ने आरोप लगाया कि उन्हें बिना समय दिए और उचित सूचना के दुकानें हटाने के लिए मजबूर किया गया। वहीं, पुराने बस स्टैंड और लांजी मोड़ पर लगे कुछ फल दुकानदारों और गुपचुप ठेले वालों को केवल समझाइश देकर छोड़ा गया। इससे नाराज छोटे दुकानदारों ने प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि कार्रवाई सभी पर समान रूप से नहीं की जा रही है।
बड़े दुकानदारों और शेड का मामला अब भी बचा हुआ
इसी बीच, बड़ी दुकानों और टीन शेड के बाहर निकले सीढ़ी वाले अवैध निर्माणों की स्थिति अभी भी नहीं बदली है। खासकर वह दुकानें जो नाली के आसपास कब्जा करके बैठी थीं, उन्हें अभी तक हटाया नहीं गया। छोटे दुकानदारों का कहना है कि जब बड़े दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही, तो छोटे व्यापारियों को निशाना बनाना अन्यायपूर्ण है। इन दुकानों और शेड्स के मामले में प्रशासन को समान कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि यह संदेश जाए कि अतिक्रमण किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
अतिक्रमण मुक्त शहर का संकल्प और प्रशासन की नई योजना
प्रशासनिक अधिकारियों ने इस अभियान को शहर में अतिक्रमण हटाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह अभियान एक दिन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले दिनों में लगातार कार्रवाई की जाएगी। अनुविभागीय अधिकारी टंकेश्वर प्रसाद साहू ने कहा, “हम हर 15 दिन में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेंगे। जो भी अवैध कब्जा होगा, उसे हटाया जाएगा।”
इसके अलावा, प्रशासन ने चौपाटी की व्यवस्था सुधारने के लिए भी योजनाएं बनाई हैं। साहू ने बताया कि, “हम बीच मार्केट पर 4 चक्का वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए पाइप लगाएंगे, ताकि बाजार की व्यवस्था सुचारु रूप से चल सके। इस पर सभी जनप्रतिनिधियों से सहमति भी मिल चुकी है।”
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