YouTube से सीखी बम बनाने की तरकीब, 2 किलो IED से रची थी तबाही की साजिश
श्रेयांश सिंह:खैरागढ़ –
खैरागढ़–छुईखदान–गंडई (KCG) पुलिस ने एकतरफा प्यार में पागल युवक की ऐसीखौफनाक साजिश का पर्दाफाश किया है, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं। अपनी पूर्व प्रेमिका की शादी से बौखलाए आशिक ने उसके पति को मौत के घाट उतारने के लिए पार्सल में ‘स्पीकर बम’ भेज दिया था।
बम जैसे ही बिजली से जुड़ता, जोरदार धमाका होता और पूरा इलाका तबाह हो सकता था। सतर्कता से समय रहते अफसार खान की जान बच गई।
गंडई में डिलीवर हुए इस संदिग्ध पार्सल से पुलिस ने 2 किलो IED बरामद किया और 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
❤️🔥 एकतरफा प्यार से पनपी नफरत, और रची गई मौत की साजिश
सूत्रों के मुताबिक, मुख्य आरोपी विनय वर्मा (20) का अफसार खान की पत्नी से शादी से पहले एक तरफा प्रेम था जब महिला की शादी किसी और से हुई, तो विनय यह बर्दाश्त नहीं कर पाया। एकतरफा प्यार उसे इस कदर अंधा कर गया कि उसने महिला को परेशान करना शुरू कर दिया।
कुछ समय पहले जब महिला मायके आई, तो विनय ने उसके पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसने अपने 6 साथियों के साथ मिलकर बम बनाने का सामान जुटाया।
YouTube से ऑनलाइन वीडियो देखकर IED बनाना सीखा, फिर एक स्पीकर में विस्फोटक फिट किया गया। फर्जी इंडिया पोस्ट का लोगो लगाकर उसे एक गिफ्ट पैक जैसा पार्सल बनाया गया और महिला के पति अफसार खान के कार्यस्थल गंडई में भिजवा दिया गया।
⚡ पत्नी की चेतावनी और पति की सूझबूझ ने टाल दी बड़ी त्रासदी
अफसार खान की पत्नी ने पहले ही आगाह कर दिया था कि उसका एक सनकी लड़का जो उसे एक तरफा प्रेम करता है वह किसी भी हद तक जा सकता है। इसी कारण अफसार पहले से सतर्क था।
जब उसे पार्सल मिला और उसमें स्पीकर निकला, तो इलेक्ट्रिशियन होने के नाते उसे तुरंत शक हुआ — स्पीकर का वजन असामान्य था।
उसने बिना देर किए पुलिस को सूचना दी। बम स्क्वॉड ने जांच की तो स्पीकर में IED फिट मिला, जिसमें डिटोनेटर और जेलाटिन स्टिक लगी थी।
जैसे ही स्पीकर को बिजली से जोड़ा जाता, धमाका हो जाता। अगर अफसार सावधानी नहीं बरतता, तो यह मामला एक भीषण हादसे में बदल सकता था।
🧨 कैसे काम करता था ‘स्पीकर बम’?
- स्पीकर को प्लग इन करते ही करंट डिटोनेटर तक पहुंचता
- डिटोनेटर जेलाटिन स्टिक को सक्रिय करता
- विस्फोट होते ही स्पीकर का पूरा ढांचा घातक छर्रों में बदल जाता
तकनीकी रिपोर्ट बताती है कि बम इतना शक्तिशाली था कि एक बार में पूरा दफ्तर तबाह हो सकता था।
🕵️♂️ आरोपी और उनकी भूमिकाएं
- विनय वर्मा (20) – मुख्य साजिशकर्ता, IED बनाने वाला (निवासी: कुसमी)
- परमेंश्वर वर्मा (25) – फाइनेंसर (निवासी: चीचा, दुर्ग)
- गोपाल वर्मा (22) – डिलीवरी में मददगार (निवासी: कुसमी)
- घासीराम वर्मा (46) – जेलाटिन सप्लायर (निवासी: केसला)
- दिलीप धीवर (38) – विस्फोटक सप्लायर (निवासी: मात्रा, दुर्ग)
- गोपाल खेलवार – नेटवर्क लिंक (निवासी: पथरिया, दुर्ग)
- खिलेश वर्मा (19) – फर्जी इंडिया पोस्ट लोगो डिज़ाइनर (निवासी: बाज़ार अतरिया)
🔍 बरामद सामग्री
- ✅ 2 किलो IED (स्पीकर में छिपा हुआ)
- ✅ 60 जेलाटिन स्टिक
- ✅ 2 डिटोनेटर
- ✅ फर्जी इंडिया पोस्ट ब्रांडिंग व एड्रेसिंग सामग्री
👮♀️ FIR दर्ज, जांच जारी
यह मामला FIR क्रमांक 277/2025 के तहत थाना गंडई में दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता, विस्फोटक अधिनियम और आर्म्स एक्ट की गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है।
KCG पुलिस इस अवैध विस्फोटक सप्लाई नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।
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