श्रेयांश सिंह : खैरागढ़ – इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में आगामी सोमवार 21 जुलाई को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अंतर्गत स्नातक पाठ्यक्रमों पर केंद्रित त्रिस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला विश्वविद्यालय के कैम्पस-02 स्थित ऑडिटोरियम में प्रातः 11 बजे से शुरू होगी।
कार्यशाला का आयोजन उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के निर्देश पर किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की दिशा में विश्वविद्यालय की तैयारियों की समीक्षा व मार्गदर्शन किया जाएगा।
कार्यशाला में ये अतिथि रहेंगे शामिल
इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में डॉ. जी.ए. घनश्याम (संयुक्त संचालक, उच्च शिक्षा संचालनालय नवा रायपुर), डॉ. डी.के. श्रीवास्तव (ओएसडी, एनईपी), तथा डॉ. राजेश पांडेय (अपर संचालक, क्षेत्रीय कार्यालय उच्च शिक्षा, दुर्ग) विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
कार्यशाला समिति के सदस्यगण
इस कार्यशाला के सफल संचालन हेतु गठित समिति में संयोजिका प्रो. डॉ. मृदुला शुक्ल (अधिष्ठाता कला संकाय), एनईपी नोडल अधिकारी प्रो. डॉ. नमन दत्त (अधिष्ठाता संगीत संकाय), सदस्य के रूप में डॉ. लिकेश्वर वर्मा (गायन विभाग), डॉ. कौस्तुभ रंजन (अंग्रेजी विभाग), डॉ. छगेन्द्र उसेण्डी (मूर्तिकला विभाग), डॉ. एस. मेदिनी होम्बल (भरतनाट्यम विभाग) और डॉ. दीपशिखा पटेल (लोक संगीत विभाग) उपस्थित रहेंगे।
शिक्षा समिति की बैठक भी होगी आयोजित
कार्यशाला के पश्चात विश्वविद्यालय में शिक्षा समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगी, जिसमें कुलपति प्रो. (डॉ.) लवली शर्मा, कुलसचिव डॉ. सौमित्र तिवारी, विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विश्वविद्यालय के शिक्षकगण और संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य भाग लेंगे। बैठक में शिक्षा की गुणवत्ता, पाठ्यक्रम सुधार, तथा रोजगारपरक कार्यक्रमों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
एनईपी विद्यार्थियों के लिए बनेगा मील का पत्थर – कुलपति
इस अवसर पर कुलपति प्रो. (डॉ.) लवली शर्मा ने कहा कि “राष्ट्रीय शिक्षा नीति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। हम इसके तहत नए रोजगारपरक सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स प्रारंभ करने जा रहे हैं, जिससे विद्यार्थियों को शैक्षणिक के साथ-साथ व्यावसायिक लाभ भी मिलेगा।”
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