निर्मल त्रिवेणी महाअभियान और ‘नई शुरुआत’ के सहयोग से मानवीय संवेदना की मिसाल
श्रेयांश सिंह : खैरागढ़ –
वनांचल क्षेत्र के दुर्गम ग्राम कटेमा में उस समय खुशी की लहर दौड़ गई, जब वहां के सभी परिवारों को बरसात से बचाव के लिए नए छाते वितरित किए गए। यह छोटा लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण उपहार उनके लिए ढाल बनकर आया है, जो हर महीने राशन के लिए घाघरा ग्राम तक कठिन रास्ता तय करते हैं — विशेषकर बरसात के मौसम में, जब पगडंडियां कीचड़ से भर जाती हैं और रास्ते जोखिम भरे हो जाते हैं।
इस मानवीय कार्य को अंजाम दिया निर्मल त्रिवेणी महाअभियान के संस्थापक और सांसद प्रतिनिधि भागवत शरण सिंह तथा नई शुरुआत के स्वयंसेवकों ने, जिन्होंने कटेमा ग्राम के हर घर — चाहे वह बुजुर्ग का हो, महिला का या युवा का — सभी को बरसात से सुरक्षा देने वाला छाता भेंट किया।
इस सराहनीय पहल में भागीदारी और प्रेरणा देने पहुँचे कई सम्माननीय अतिथि, जिनमें
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आईटीबीपी कमांडेंट राकेश,
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आईटीबीपी की डॉ. अनुराधा,
खैरागढ़ बीएमओ डॉ. विवेक बिसेन, सोनल ध्रुव, समाजसेवी मंगल सारथी, उत्तम दशरिया, गोपीचंद सिन्हा एवं सुनील वर्मा सहित कई अन्य जागरूक नागरिक शामिल रहे।
“यह सिर्फ एक छाता नहीं, बल्कि आत्मसम्मान, सुरक्षा और मानवीय सरोकार का प्रतीक है,” — यह संदेश इन छातों के माध्यम से कटेमा के लोगों तक पहुँचा।
ग्रामीणों ने इस पहल के लिए आभार जताते हुए कहा कि अब वे बिना भीगे अपने जरूरी कामों को पूरा कर सकेंगे। यह पहल न केवल सहयोग का उदाहरण है, बल्कि यह बताती है कि जब संवेदना और संगठन साथ हों, तो हर मुश्किल रास्ता भी आसान हो जाता है।
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