श्रेयांश सिंह:खैरागढ़/करमतरा
01 मई 2025 को करमतरा व आसपास के गांवों में हुई तेज ओलावृष्टि ने किसानों की ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल पूरी तरह बर्बाद कर दी। यह फसल अब फूल और फल की स्थिति में थी, जिससे किसानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद थी। किसानों का कहना है कि जिला कृषि विभाग के प्रोत्साहन पर उन्होंने ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती की थी।
ओलावृष्टि के बाद कृषि विभाग और राजस्व विभाग की टीम ने नुकसान का आकलन किया था और किसानों ने मुआवजे के लिए सभी जरूरी दस्तावेज भी जमा कर दिए थे। इसके बावजूद अब तक उन्हें कोई राहत राशि नहीं मिली है। ग्रामीणों के अनुसार, तीन बार आवेदन देने के बाद भी केवल आश्वासन ही मिल रहा है।
इससे आक्रोशित किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द मुआवजा नहीं दिया गया, तो वे 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन दुर्ग-खैरागढ़ मार्ग पर धरना देंगे। किसानों का कहना है कि आने वाली फसल की तैयारी के लिए उनके पास धन नहीं है और सरकार से केवल आश्वासन मिलने के कारण वे हताश हैं।
जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के तेजस जँघेल ,राकेश साहू, टेकराम वर्मा ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द किसानों को मुआवजा राशि प्रदान की जाए, नहीं तो आंदोलन की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
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