श्रेयांश सिंह खैरागढ़ –
भले ही खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नया जिला बन गया हो और यहां कलेक्टर कार्यालय तक की शुरुआत हो चुकी हो, लेकिन जमीनी हकीकत अब भी परेशान करने वाली है। जिले के अधिकांश पेट्रोल पम्प संचालकों की मनमानी आमजनों को भारी दिक्कत में डाल रही है।
हवा की मशीनें सिर्फ दिखावे की
वाहन चालकों की सुविधा के लिए पेट्रोल पंप में निशुल्क हवा उपलब्ध कराना अनिवार्य है, लेकिन खैरागढ़ क्षेत्र के ज्यादातर पम्पों में यह सुविधा नहीं मिल रही। कई जगहों पर केवल हवा मशीन का खाली डिब्बा रख दिया गया है, ताकि औपचारिकता पूरी होती दिखे।
स्वच्छ पानी और शौचालय की भी कमी
नियमों के मुताबिक पेट्रोल पम्पों में आम लोगों के लिए स्वच्छ पेयजल, महिला व पुरुषों के लिए अलग शौचालय और मुफ्त हवा की व्यवस्था होना चाहिए। लेकिन जिले में केवल कुछेक पम्प ही इस नियम का पालन करते हैं। अधिकांश स्थानों पर पानी और शौचालय तक की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिससे वाहन चालकों और यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती है।
खाद्य विभाग की लापरवाही
खाद्य विभाग पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। विभागीय अधिकारियों की अनदेखी और भ्रष्टाचार के चलते अब तक किसी भी पेट्रोल पम्प पर ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। परिणामस्वरूप पम्प संचालक मनमानी कर रहे हैं और आमजनों की समस्या जस की तस बनी हुई है।
प्रशासन की जिम्मेदारी
लोगों का कहना है कि यह स्थिति सरकार और प्रशासन की छवि को धूमिल कर रही है। अब देखना यह होगा कि मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन कुम्भकर्णी नींद से जागकर कोई ठोस कदम उठाता है या फिर हालात यूं ही बने रहते हैं।
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