इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. लवली शर्मा की पहल से ऐतिहासिक धरोहर को मिला नया जीवन
श्रेयांश सिंह : खैरागढ़ – इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. लवली शर्मा ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए विश्वविद्यालय परिसर में स्थित लगभग 100 वर्ष पुराना राधा-कृष्ण मंदिर और15 साल से बंद राजघराने का भव्य दरबार हॉल आम जनता के लिए खोल दिया। यह धरोहर लगभग 68, और 15 वर्षों से बंद थीं और अब पुनः जनमानस को दर्शन व ऐतिहासिक जानकारी का अवसर दे रही हैं।
डॉ. शर्मा ने छत्तीसगढ़ महतारी के ब्यूरो चीफ को बताया कि, “जब मैं विश्वविद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने आई, तब मुझे पता चला कि परिसर में राधा-कृष्ण जी का एक प्राचीन मंदिर भी है, जो कई दशक से बंद पड़ा है। मैंने तत्काल इसकी सफाई करवाई और विधिवत पूजन-अर्चना कर मंदिर को पुनः जीवंत किया। उस क्षण मुझे महसूस हुआ कि इस धरोहर का लाभ केवल विश्वविद्यालय तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि आमजन को भी इसके दर्शन का सौभाग्य मिलना चाहिए।”
इसी क्रम में विश्वविद्यालय परिसर में स्थित प्राचीन दरबार हॉल, जिसमें राजा-महाराजाओं की दुर्लभ चित्रकला और ऐतिहासिक वस्तुएं मौजूद हैं, उसे भी आम जनता के लिए खोल दिया गया है। कुलपति ने कहा कि, “इस दरबार हॉल को जल्द ही और भव्य स्वरूप में सजाया-संवारा जाएगा, ताकि यह क्षेत्रीय सांस्कृतिक विरासत का जीवंत उदाहरण बन सके।”
इस निर्णय से न केवल विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने का अवसर मिलेगा, बल्कि आमजन को भी खैरागढ़ की समृद्ध विरासत की झलक देखने को मिलेगी। डॉ. शर्मा के इस साहसिक और सराहनीय कदम की क्षेत्र में व्यापक सराहना हो रही है।
यह पहल विश्वविद्यालय के इतिहास को एक नई पहचान देने के साथ-साथ सांस्कृतिक जागरूकता को भी बढ़ावा देने का कार्य करेगी।
Live Cricket Info