- श्रेयांश सिंह: खैरागढ़/गंडई
तहसील कार्यालय गंडई में पदस्थ पटवारी पर रिश्वत मांगने और किसान का कागज फाड़ने का गंभीर आरोप लगा है। मामला सामने आने के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। किसान ने अपनी व्यथा पत्र के जरिए विधायक यशोदा वर्मा से न्याय की गुहार लगाई है।
ग्राम बागर गंडई निवासी किसान भगवती साहू ने बताया कि उसने अपनी जमीन के बंटवारे के लिए 8 अगस्त 2025 को तहसील कार्यालय गंडई में आवेदन दिया था। तब से वह पिछले एक महीने से लगातार पटवारी कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। आरोप है कि पटवारी के असिस्टेंट आशिष ने किसान के दस्तावेज फाड़ दिए और कहा कि नए दस्तावेज बनाकर लाओ, तभी हस्ताक्षर किए जाएंगे।
किसान का कहना है कि असिस्टेंट और पटवारी ने साफ तौर पर कहा कि “बिना पैसे के काम नहीं होगा”। किसान ने आरोप लगाया कि अब तक उसके आने-जाने में 5 से 6 हजार रुपये खर्च हो चुके हैं। वह पेंटिंग का काम करके प्रतिदिन लगभग 250 रुपये कमाता है और रिश्वत देने में असमर्थ है।
भगवती साहू ने पटवारी होमलाल धुर्वे पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बिना पैसे लिए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं करता। मजबूर होकर किसान ने विधायक यशोदा वर्मा से मांग की है कि उसका काम जल्द से जल्द निःशुल्क किया जाए और उसके खर्च की भरपाई पटवारी से कराई जाए।
होमलाल धुर्वे पटवारी
पहले आवेदक का दादा जी का देहांत हुआ था जिसका फौती उठाया गया उसके बाद उनके पिताजी का देहांत हो गया है, तहसील ऑफिस से ज्ञापन आया नहीं जैसे ही ज्ञापन आता है तुरंत फौती का काम किया जायेगा, रही सवाल आवेदन फाड़ने व रिश्वत की मांग करने का तो यह सरासर झूठा आरोप है.
गौरतलब है कि कल ही एसीबी ने तहसील कार्यालय के पटवारी धर्मेंद्र कवाड़े को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। अब फिर एक पटवारी पर रिश्वतखोरी का आरोप लगना विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है।
Live Cricket Info