श्रेयांश सिंह:खैरागढ़
खैरागढ़ विकासखंड के राज्यपाल गोद-ग्राम सोनपुरी में महिला स्व-सहायता समूहों को जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को जैविक खेती के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें स्वरोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराना था।
प्रशिक्षण शिविर में करीब 30 महिलाओं को जैविक कीटनाशक और वेस्ट डी-कम्पोजर घोल बनाने की विधि सिखाई गई। इस दौरान उप संचालक कृषि राजकुमार सोलंकी, आईसीएआर मेग्बर बिशेसर दास साहू और ग्राम कृषि विस्तार अधिकारी अजय वर्मा मौजूद रहे।
राजकुमार सोलंकी ने मौके पर ही जैविक कीटनाशक नीमास्त्र तैयार कर महिलाओं को इसकी सरल विधि बताई। उन्होंने कहा कि महिलाएं घर पर ही जैविक उत्पाद तैयार कर उचित पैकेजिंग और विपणन करके अतिरिक्त आमदनी कमा सकती हैं।
बिशेसर दास साहू ने नीमास्त्र और डी-कम्पोजर के उपयोग से मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने, फसलों को कीटों से बचाने और अनाज व सब्जियों की पौष्टिकता बनाए रखने के फायदे बताए। उन्होंने यह भी कहा कि जैविक उत्पादों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है।
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में जैविक खेती को बढ़ावा देंगे और महिला समूहों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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