खैरागढ़ में हुआ रंगारंग आयोजन, 20 हजार रुपये की हुई बिक्री
श्रेयांश सिंह:खैरागढ़ –
छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव-2025 के तहत खैरागढ़ में शुक्रवार को रजत जयंती फूड फेस्टिवल का भव्य आयोजन हुआ। यह आयोजन कलेक्टर कार्यालय परिसर में जिला पंचायत खैरागढ़-छुईखदान-गंडई एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम रजत महोत्सव के पहले सप्ताह की श्रृंखला में आयोजित किया गया, जिसमें सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने वाले विविध आयोजन हो रहे हैं।
स्व-सहायता समूहों के स्टॉल्स बने आकर्षण का केंद्र
फूड फेस्टिवल में बिहान योजना और महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़ी स्व-सहायता समूहों की महिलाओं ने पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के साथ-साथ आधुनिक फास्ट फूड के स्टॉल्स लगाए। चीला, फरा, ठेठरी, खुरमी, अनरसा, गुपचुप-चाट से लेकर मैगी, पेस्ट्री, मसाला बड़ी और नड्डा-पापड़ तक के व्यंजनों ने लोगों का मन मोह लिया।
आदिवासी कला की अलग पहचान
ट्राइबल विभाग के विशेष स्टॉल में बांस से बनी उपयोगी वस्तुएं, आदिवासी आभूषण और पारंपरिक सामग्री प्रदर्शित की गई। यह स्टॉल जनमानस के आकर्षण का केंद्र रहा और आदिवासी शिल्पकला की समृद्ध परंपरा को मंच मिला।
बैगा समुदाय की सांस्कृतिक प्रस्तुति ने बटोरी तालियां
बैगा समुदाय के कलाकारों ने पारंपरिक गीत और वाद्य यंत्रों के साथ मनमोहक प्रस्तुति दी। इनकी सांस्कृतिक भागीदारी ने आयोजन को जीवंतता प्रदान की।
गणमान्य अतिथि रहे मौजूद
फेस्टिवल में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रियंका खम्हन ताम्रकार, उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, नगरपालिका अध्यक्ष गिरजा चंद्राकर, सीईओ प्रेम कुमार पटेल, अपर कलेक्टर सुरेंद्र कुमार ठाकुर सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
छात्र-नागरिकों ने दिखाया उत्साह
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय और पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र-छात्राओं सहित ग्रामीण-शहरी नागरिकों ने फेस्टिवल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आयोजन स्थल पर मेले जैसा उत्सवी माहौल देखने को मिला
महिलाओं की आत्मनिर्भरता को मिला बढ़ावा
कुल 12 स्टॉल्स के माध्यम से करीब 20 हजार रुपये की बिक्री हुई। इस आयोजन ने न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया, बल्कि स्थानीय संस्कृति और परंपरा को भी एक मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर दिया।
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