श्रेयांश सिंह : खैरागढ़ – नगर के सौंदर्य और स्वच्छता को समर्पित एक नई मिसाल पेश करते हुए मिशन संडे टीम ने मंगलवार की सुबह स्वच्छता दीदियों के साथ मिलकर श्रमदान किया। इस सामूहिक पहल में न केवल सफाई कार्य हुआ, बल्कि पॉलीथिन मुक्त शहर के संकल्प को लेकर नगरवासियों में जन-जागरूकता भी फैलायी गई।
अभियान की शुरुआत नगर के शनि मंदिर के पीछे स्थित पिपरिया नदी क्षेत्र की सफाई से की गई, जहाँ जलकुंभी और कचरे की भरमार थी। मिशन संडे टीम ने स्वच्छता दीदियों के साथ मिलकर इस क्षेत्र की गहन सफाई की। इसके साथ ही नगर के अन्य सार्वजनिक स्थलों और नालियों की भी सफाई कर स्वच्छ वातावरण का महत्व लोगों को समझाया गया।
इस अभियान के तहत टीम के सदस्यों ने लोगों को पॉलीथिन के दुष्प्रभावों के प्रति आगाह करते हुए पर्यावरण-अनुकूल विकल्प अपनाने का आह्वान किया।
जनभागीदारी बनी शक्ति
इस मुहिम की खास बात यह रही कि इसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोग, युवा, महिलाएं, नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी भी सक्रिय रूप से जुड़े। बिना किसी भेदभाव और निजी स्वार्थ के सभी ने मिलकर नगर की स्वच्छता के लिए अपना श्रम और समय समर्पित किया। इससे नगर में सकारात्मक ऊर्जा और सहभागिता का वातावरण बना।
सेवा ही पहचान है — मनराखन देवांगन
मिशन संडे के संयोजक मनराखन देवांगन ने इस अवसर पर कहा, “स्वच्छता केवल एक कार्य नहीं बल्कि हमारी सेवा और पहचान है। जब समाज एकजुट होकर आगे बढ़ता है तो बदलाव निश्चित होता है। पॉलीथिन मुक्त शहर का सपना तभी साकार होगा जब जन सहभागिता उसकी सबसे बड़ी ताकत बने। मिशन संडे टीम इसी भावना के साथ नगर में सेवा और जागरूकता के लिए कार्य करती रहेगी।”
इस प्रेरणादायक श्रमदान अभियान ने यह दिखा दिया कि सामूहिक प्रयासों से स्वच्छ, सुंदर और जागरूक समाज का निर्माण संभव है।
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