श्रेयांश सिंह / खैरागढ़ – नगर का एकमात्र खेल स्थल – राजा फतेह सिंह खेल मैदान – इन दिनों अपनी बदहाली और उपेक्षा के कारण चर्चा में है। जहां कभी बच्चों और युवाओं की खेलकूद की गूंज सुनाई देती थी, आज वहां शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। शराबखोरी और गंदगी के कारण यह मैदान अब खेल की जगह कम और असुविधा व खतरे का केंद्र अधिक बन गया है।
स्थानीय खिलाड़ियों का कहना है कि मैदान में चारों ओर फैली गंदगी, बजबजाती नालियां और टूटी-फूटी सीढ़ियां न केवल उनकी खेल भावना को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि चोटिल होने का डर भी बना रहता है। शराबियों द्वारा मैदान में ही खाली बोतलें फेंक दी जाती हैं, जिससे मैदान में खेलने वाले खिलाड़ियों को गंभीर चोट लगने की संभावना रहती है।
नगरवासियों का कहना है कि जब से खैरागढ़ जिला बना है, तब से लेकर अब तक लगभग पौने तीन साल बीत चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से खेल मैदान के सौंदर्यीकरण या पुनर्निर्माण के लिए कोई ठोस पहल नहीं की गई है। नगर पालिका परिषद द्वारा भी इस ऐतिहासिक मैदान की सफाई और देखरेख को लेकर गंभीरता नहीं बरती जा रही है।
स्थानीय खेलप्रेमियों और नागरिकों ने मांग की है कि नगर के इस एकमात्र खेल मैदान की जल्द से जल्द सफाई, मरम्मत और सौंदर्यीकरण कराया जाए, ताकि खिलाड़ी सुरक्षित वातावरण में खेल सकें और युवाओं को सकारात्मक दिशा मिल सके।
नगर पालिका का दावा – जल्द होगी सुधार की पहल
इस पूरे मामले पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी नरेश वर्मा ने बताया कि हाल ही में जिला प्रशासन के साथ हुई बैठक में मैदान की स्थिति सुधारने के लिए कई प्रस्ताव रखे गए हैं। इनमें शौचालय की मरम्मत, हाईमास्ट लाइट की स्थापना और दर्शक दीर्घा में टीन शेड लगाने की योजना शामिल है।
उन्होंने कहा कि गड्ढों की भराई के लिए मिट्टी या मुरूम डाली जाएगी तथा गंदगी की सूचना मिलने पर तत्काल सफाई की व्यवस्था की जाती है। असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस विभाग को जानकारी दी जाएगी।
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