श्रेयांश सिंह/खैरागढ़ — राष्ट्रमाता अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में नवीन जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में राज्य शासन एवं केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार विविध आयोजनों की श्रृंखला जारी है। 21 मई से 31 मई तक चल रहे इस अभियान के अंतर्गत मंदिरों की साफ-सफाई, संगोष्ठियाँ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन पूरे जिले में किया जा रहा है। इसी क्रम में ठेलकाडीह स्थित नवीन महाविद्यालय में एक जिला स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष घम्मन साहू ने भाग लिया। अपने वक्तव्य में उन्होंने रानी अहिल्याबाई के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, “राजमाता अहिल्याबाई सही मायनों में राष्ट्रमाता थीं। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और भावनात्मक एकता के लिए जो प्रयास किए, वे आज भी प्रेरणास्पद हैं। उनके द्वारा किए गए मंदिरों के जीर्णोद्धार और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के कार्य ऐतिहासिक महत्व रखते हैं।”
संगोष्ठी में जिला पंचायत सदस्य भुनेश्वरी देवांगन, मंडल भाजपा अध्यक्ष भोज बंजारे, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष जीवन देवांगन, महाविद्यालय के प्राचार्य श्रीवास्तव सहित डॉ. सिन्हा, डी. के. साहू, टिलेश्वर साहू, ध्यानचंद बाफना, मदन साहू, टोपसिंह राजपूत, सविता जांगड़े, उदेलाल वर्मा, नारायण दास साहू, श्याम सुंदर साहू, भुवन वर्मा, संतोष जैन, शैलेश साहू, भोगुल दास सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने रानी अहिल्याबाई के जीवन और कार्यों पर आधारित भाषण व कविता पाठ के माध्यम से संगोष्ठी में सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रम का उद्देश्य लोकमाता अहिल्या देवी के योगदान को युवा पीढ़ी तक पहुंचाना और उन्हें उनके आदर्शों से जोड़ना था।
रानी अहिल्याबाई होलकर की स्मृति में आयोजित यह आयोजन न केवल उनके महान योगदान की याद दिलाता है, बल्कि युवाओं को भारतीय संस्कृति और सेवा भाव की प्रेरणा भी देता है। प्रशासन, शिक्षण संस्थान और समाज का ऐसा समन्वित प्रयास सांस्कृतिक जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Live Cricket Info